जब डॉ. महेश पलावत, सीनियर मौसम विश्लेषक of स्काईमेट ने आज सुबह 2 अक्टूबर 2025 के लिए बारिश की चेतावनी दी, तो भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली‑एनसीआर में गरज के साथ हल्की‑से‑मध्यम वर्षा की संभावना है। वही रिपोर्ट कहती है कि अगले दिन, 3 अक्टूबर को आकाश साफ़ रहेगा, परन्तु उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में भी हल्की बौछार की संभावना दर्शाई गई है।
पूर्वी‑पश्चिम भारत में इस हफ़्ते के प्रमुख मौसम संकेत
जैसे ही भारतीय मौसम विभाग ने 2‑7 अक्टूबर के बीच तेज़ बारिश का अलर्ट जारी किया, विशेषज्ञों ने बताया कि अरब सागर से उत्पन्न समुद्री तूफ़ान अब भारत के तट से दूर जा रहा है, परंतु उड़ीसा‑छत्तीसगढ़ के ऊपर बन रहा गहरा निम्न दबाव क्षेत्र अब उत्तर‑और‑मध्य भारत की ओर धकेल रहा है। इस कारण से दिल्ली‑एनसीआर, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पंजाब, हरियाणा में 20‑40 mm तक की बारिश और स्थानीय स्तर पर ओले पड़ सकते हैं।
- दिल्ली‑एनसीआर में अनुमानित वर्षा: 20‑30 mm
- उत्तर प्रदेश में अनुमानित वर्षा: 30‑45 mm
- बिहार‑झारखंड में अनुमानित वर्षा: 25‑40 mm
- हड़ताल‑जोरदार हवाएँ: 30‑45 km/h
- ओले की संभावना: 10‑15 % क्षेत्रों में
डॉ. पलावत ने बताया, “अरे, ये मूवमेंट सीधा अरब सागर के बड़े सिस्टम से जुड़ा है, इसलिए बारिश के साथ ही गरज‑चमक भी खास तौर पर धुंधले‑धुंधले इलाकों में दिखेगी।”
पर्वतीय क्षेत्रों में सतर्कता: उत्तराखंड‑हिमाचल की स्थिति
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 5‑7 अक्टूबर के बीच उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में तेज़ बारिश के साथ बर्फबारी की संभावना है। स्थानीय प्रशासन ने पहाड़ी बर्फ‑पिघलने से झरने और भूस्खलन की चेतावनी जारी कर दी है। नेपाल की हिमालयीय पहाड़ियों में भी समान जलवायु पैटर्न दिख रहा है, जहाँ बर्फ‑पानी के मिश्रण से बाढ़‑जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।
“यदि अचानक तेज़ बाढ़ आती है तो लोग निचले जलस्रोतों के पास न रहें,” एक स्थानीय उत्तराखंड अधिकारी ने कहा। यह सलाह विशेष रूप से चंपा, रैनबाखी और अल्मोर्डा जैसे पहाड़ी गांवों के लिए है।
निम्न दबाव प्रणाली की विस्तृत स्थिति और उसके प्रभाव
ओड़िशा और छत्तीसगढ़ के ऊपर स्थापित गहरा निम्न दबाव क्षेत्र आज की सुबह 850 hPa पर स्थिर है। इस प्रणाली का केन्द्र 2‑3 अक्टूबर तक भारत के मध्य भाग में रहेगा, जिससे पूरे देश में 9‑12 mm/घंटा की तीव्र वर्षा हो सकती है। विशेषज्ञों ने कहा कि यदि यह दबाव क्षेत्र देर‑देर तक बरकरार रहा, तो मौसमी आँकड़े 2025 के रिकॉर्ड‑सम रेतले घटकों से भी अधिक हो सकते हैं।
विपरीत प्रभाव के तौर पर, अरब सागर‑तूफ़ान की गति ने अब भारत के दक्षिण‑पूर्वी तट को सुरक्षित कर दिया है – “बंदरगाह‑कोलकत्ता और चेन्नई में अब शहरी क्षेत्रों को तो कोई बड़ी टॉरनाडो नहीं देखनी पड़ेगी,” इंदिरा पंत, स्काईमेट के प्रिंसिपल डाटा एनालिस्ट ने कहा।

आगामी दो हफ़्ते का विस्तृत मौसम पूर्वानुमान
10‑11 अक्टूबर को अधिकांश भाग में साफ़ आकाश और मध्यम धूप का आगमन होगा, जिससे तापमान क्रमशः 31‑33 °C (अधिकतम) और 19‑20 °C (न्यूनतम) के बीच रहेगा। इस अवधि में भारत के अधिकांश क्षेत्रों में प्रतिदिन औसतन 9 घंटे धूप मिलती है, जिससे गर्म‑फेकी मौसम की हलचल धीरे‑धीरे कम होगी।
संक्षेप में, अबकी बार की बारिश बड़ी ही “रेडियो‑वाइड” है – यानी एक ही समय में कई राज्यों में समान मात्रा में पानी गिर रहा है। इसलिए, नागरिकों को न सिर्फ दूरदर्शी रहने, बल्कि स्थानीय प्रशासन की चेतावनियों को गंभीरता से मानने की जरूरत है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
दिल्ली‑एनसीआर में 2 अक्टूबर की बारिश का कितना असर होगा?
दिल्ली में 20‑30 mm की हल्की‑से‑मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिससे सुबह‑शाम के ट्रैफ़िक में हल्का व्यवधान और कुछ बिंदु पर जलभराव हो सकता है। लेकिन भारी जल‑संकट की संभावना नहीं है।
ऊत्तर प्रदेश और बिहार में बाढ़ का खतरा कैसे है?
30‑45 mm की वर्षा, तेज़ हवाओं और संभावित ओले के साथ, निचले जलस्रोतों में जल‑स्तर बढ़ाने की संभावना है। खासकर वाराणसी, गोमती घाटी और पटना के आसपास के क्षेत्रों में जल्द‑बाज़ार सतर्कता बरतनी चाहिए।
पर्वतीय क्षेत्रों में किन जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है?
उत्तरी हिमालयीय हिस्सों में 5‑7 अक्टूबर तक बौछार‑बर्फ के मिश्रण से बाढ़‑जैसी परिस्थितियाँ बन सकती हैं। भूस्खलन, रोड‑क्लोजर और वैकल्पिक आवास की आवश्यकता उत्पन्न हो सकती है। स्थानीय निकायों ने पहले से ही चेतावनी जारी कर दी है।
निम्न दबाव प्रणाली का भारतीय मौसम पर क्या दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा?
यदि यह प्रणाली 3‑5 अक्टूबर तक बरकरार रहती है तो पूरे देश में औसत साप्ताहिक वर्षा 10‑15 % अधिक हो जाएगी, जिससे कृषि‑संबंधी जल‑संधि में सकारात्मक बदलाव आ सकता है, परंतु क्षेत्र‑वश जल‑भराव जोखिम भी बरकरार रहेगा।
10‑11 अक्टूबर के बाद मौसम में क्या बदलाव आने की उम्मीद है?
दिखाई दे रहा है कि 10‑11 अक्टूबर को अधिकांश भाग में साफ़ आकाश और मध्यम धूप आएगी। अधिकतम तापमान 31‑33 °C और न्यूनतम 19‑20 °C रहेगा, जिससे लोगों को दैनिक कार्य‑कलापों में अब अधिक आराम महसूस होगा।
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